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केवल अर्जुन नेही नहीं इन तीन महान पुरूषोंनेभी श्रीकृष्ण का विराट विश्वरूप देखा है

केवल अर्जुन नेही नहीं इन तीन महान पुरूषोंनेभी श्रीकृष्ण का विराट विश्वरूप- shree krishna virat roop देखा है 

shree krishna virat roop darshan in mahabharata- mahabharat ki kahani


हिन्दू धर्म के महान ग्रंथों में से एक ग्रंथ है महाभारत, महाभारतमे भगवान श्री कृष्ण ने अपना विराट रूप -shree krishna virat roop अर्जुन के सामने प्रकट किया था। महाभारत की कहानी मनुष्य के लिए अनगिनत तथ्यों का खज़ाना छिपा है। यह खज़ाना इतना बड़ा है, कि इसे पूरा जान सकना काफी कठिन है। महाभारत की कथा हम सबको थोड़ी थोड़ी ही सही अवगत करनी चाहिए, क्योंकि हमें इससे जीवन गुज़रनेका सही तरीका पता चलता है इस महाकाव्य के बारे में जितना अभ्यास किया जाये उतनाही कम है इस कहानी में कई तथ्य बारीकीसे अध्ययन करने पर सामने एते है आज मै  ऐसेही एक तथ्य को आपके सामने रखूँगा


महाभारत का युद्ध शुरू होनेवालाही था की, अर्जुन ने देखा की उनके शत्रु तो अपने सगे सम्बन्धी ही है अपने ही लोगो के साथ युद्ध करनेके विचार से उनके मनमें वैराग्य उत्पन्न हुआ तब उनको विश्व का असली सच बताने के लिए श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश किया और उसे अपने विराट विस्वरूप( shree krishna virat roop) के दर्शन कराये इस बात से अर्जुन सब मोह माया छोड़के युद्ध के लिए तत्पर हुआ लेकिन ऐसा माना जाता है की ये उपदेश और विश्वरूप दर्शन का लाभ और दो लोगो को भी मिला 

shree krishna virat roop


shree krishna virat roop

संजय 
संजय धृतराष्ट्र के सारथी थे और उनके सबसे करीबी थे जब युद्ध चालू होनेवाला था तब धृतराष्ट्र ने युध्द देखनेका आग्रह किया लेकिन वो अंधे थे इसकारण महर्षि व्यास ने संजय को दिव्य दृष्टी दे जिस कारन वे घर में बैठकर भी युद्ध देख सके और धृतराष्ट्र को सब आंखोदेखा हाल बता सके इसी कारन संजय ने अपने दिव्यदृष्टि से विश्वरूप दर्शन किये

हनुमान  
पुरे युद्ध में हनुमान अर्जुन के रथ पर ध्वज के पास बैठे थे जिस कारन उन्होंने भी विश्वरूप दर्शन किये

बर्बरीक
बर्बरीक घटोत्कच और अहिलावती के पुत्र तथा भीम के पोते थे. जब महाभारत का युद्ध चल रहा था उस दौरान उन्हें भगवान श्री कृष्ण से वरदान प्राप्त था कि कौरवों और पाण्डवों के इस भयंकर युद्ध को देख सकते हैं। 

इसिप्रकार श्री कृष्ण के विराट रूप(shree krishna virat roop) के दर्शन का सुनहरा अवसर अर्जुन समेत इन तीन लोगों को भी मिला 

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