भारतीय पुराण के अनुसार पवित्र पत्ते जिन्हे विज्ञान ने भी महत्वपूर्ण माना
कई ऐसे पत्ते होते हैं जिनका प्रयोग पूजा के दौरान जरूर किया जाता है और हिन्दू धर्म में इन पत्तों का विशेष महत्व बताया गया है। इन पत्तों को बेहद ही शुभ माना जाता है और पूजा करते समय भगवान को ये पत्ते जरूर चढ़ाए जाते हैं। शास्त्रों में ऐसे ही कुछ विशेष पत्तों की जानकारी दी गई है और आज हम आपके साथ ये जानकारी साझा करने जा रहे हैं।
तुलसी का पत्ता
भगवान विष्णु को तुलसी का पत्ता बेहद ही प्रिय है और इस पत्ते का भोग भगवान को जरूर लगाया जाता है। तुलसी के पौधे को शास्त्रों में बेहद ही पवित्र बताया गया है और इस पौधे के साथ कई प्रकार के औषधिया गुण भी जुड़े हुए हैं। इस पत्ते को खाने से कई रोग सही हो जाते हैं। अगर इसे पानी में डाल दिया जाए तो पानी शुद्ध हो जाता है। हालांकि तुलसी का पत्ता भूलकर भी भगवान शिव और गणेश जी को अर्पित ना करें। इन दोनों भगवानों को ये पत्ता अर्पित करना शास्त्रों में वर्जित माना गया है।
बिल्वपत्र
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उन्हें बिल्व अथवा बेल जरूर चढ़ाएं। ऐसा माना जाता है कि शिवलिंग पर बिल्वपत्र चढ़ाने से हर कामना पूरी हो जाती है और धन की प्राप्ति होती है। वहीं बिल्वपत्र में भी कई प्रकार के औषधिय गुण होते हैं और इसे खाने से पाचन क्रिया सही बनीं रहती है। हालांकि आप बिल्वपत्र को चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, अमावस्या और संक्राति के दिन ना तोड़ने ऐसा करने से आप पाप के भाग्यदारी बन जाते हैं।
केले के पत्ते
केले के पेड़ को पवित्र और शुभ माना जाता है और कई तरह के धार्मिक कार्यों जैसे हवन, विवाह और इत्यादि में इस पत्ते का प्रयोग किया जाता है। इस पेड़ पर लगने वाला फल यानी केला भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को जरूर चढ़ाया जाता है। इसके अलावा गुरुवार के दिन इस पेड़ की पूजा करने से गुरु ग्रह शांत भी रहता है। शास्त्रों में इस पेड़ को पूजनीय पेड़ का दर्जा दिया गया है।
आम के पत्ते
मंडप और कलश को सजाने के लिए आम के पत्ते का प्रयोग जरूर किया जाता है। इस पेड़ के पत्ते शाक्तिशाली माने जाते हैं और यहीं कारण है कि इस पेड़ के पत्तों को द्वार, दीवार, यज्ञ आदि स्थानों पर रखा जाता है। ताकि नकारात्मक शक्तियां इनसे दूर रहे सके। पत्ते के अलावा इस पेड़ की लकड़ियां भी पवित्र मानी जाती हैं और हवन में इनका प्रयोग किया जाता है।
शमी के पत्ते
शमी के पेड़ का उल्लेख भी शास्त्रों में किया गया है और शास्त्रों के अनुसार इस पेड़ की पूजा करने से विजय की प्राप्ति होती है। बुधवार के दिन गणेश जी को शमी के पत्ते जरूर अर्पित करने चाहिए। वहीं इस पेड़ की पूजा दशहरे पर खास तौर पर की जाती है। इसके अलावा आयुर्वेद में भी शमी के वृक्ष को महत्वपूर्ण वृक्ष माना गया है।
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