पौराणिक विनाशकारी अस्त्र और शस्त्र
महाभारत कालीन ऐसे अस्त्र और शस्त्र जो समस्त सृष्टि का विनाश करने की क्षमता रखते थे
ब्रम्हास्त्र भगवान ब्रम्हदेव का अस्त्र है, जो शत्रु का पूरी तरह विनाश करके ही छोड़ता है, यह बहुत ही शक्तिशाली था, महाभारत काल में यह कई योद्धाओं के पास था, जिनमे भीष्म पितामह, अर्जुन, द्रोणाचार्य, अश्वत्थामा, अर्जुन और कर्ण यह नाम प्रमुख हैं। यह अस्त्र सारे सृष्टि का विनाश कर सकता है।
पाशुपत अस्त्र
भगवान शिव का यह अस्त्र इतना विनाशकारी था कि समस्त ब्रह्मांड का सर्वनाश एक क्षण में कर सकता था | अर्जुन की तपस्या से प्रसन्न होकर भोलेनाथ ने उपहारस्वरूप उन्हें यह अस्त्र प्रदान किया था | किन्तु महाभारत के युद्ध में इसे संधान करने की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी |
नारायण अस्त्र
यह विष्णु भगवान का अस्त्र था, इस अस्त्र को कोई भी काट नही सकता था, लेकिन अगर कोई इसके आगे हथियार डाल देता था, तो यह अस्त्र उसका विनाश नही करता था। क्षमाधर्म का पालन करनेवाला यह अस्त्र दुश्मन को नतमस्तक कर देता है। इसकें सामने अगर किसिने शस्त्र और अस्त्र का इस्तेमाल किया तो उसका सर्वनाश हो जाएगा।
आग्नेय अस्त्र
यह अग्निदेव का अस्त्र था, जिसे मंत्र के द्वारा चलाया जाता था, यह अपने लक्ष्य को पूरी तरह से जलाकर राख कर देता था। अग्नि के तांडव से समस्त विपक्ष को जलाकर रख कर देता है। सिर्फ पर्जन्य अस्त्र चलाकर इसे शांत किया जाता है।
पर्जन्यास्त्र
यह अस्त्र का उपयोग करते ही घनघोर बारिश होती थी, सब जगह बाढ़ आती थी।
पर्जन्यास्त्र
यह अस्त्र का उपयोग करते ही घनघोर बारिश होती थी, सब जगह बाढ़ आती थी।
सुदर्शन चक्र
यह महाभारत काल का सबसे शक्तिशाली अस्त्र था, जो केवल भगवान श्रीकृष्ण के पास था, इस सुदर्शन चक्र से भगवान कृष्ण ने बहुत से दुष्टों का नाश किया था।
0 टिप्पणियाँ